इंसानियत

इंसानियत

व्यवहार घर का शुभ कलश है,
और इंसानियत घर की तिजोरी,
मधुर वाणी घर की दौलत है,
और शांति घर की महालक्ष्मी |

कला

कला

सबसे बड़ी कला है
मन को प्रभु में
लगाना |

कला

कला

जीवन जीने की कला है ,
दृष्टि को पवित्र ,
मन को शांत ,
बुद्धि को दिव्य और
मुख को मधुर बनाना |

Bk Shivani

कल्पना

कल्पना

कल्पना विश्व पर शासन,
करती है |

Nepoleon Bonapart

याद‬

याद‬

दिसम्बर तो ऐसे,
साँथ छोड़ रहा है,
जैसे कल से ‪तेरी याद‬,
कभी आयेगी ही नही |
Happy new year
2020

उम्‍मीद,

उम्‍मीद,

बीते कल से सीख लें,
आज को जीना सीखें,
और आने वाले कल,
से उम्‍मीद रखें।
“सुप्रभात”

जिंदगी ,

जिंदगी ,

जिंदगी हमें हमेशा दूसरा,
मौका देती है यह कल,
नहीं आने वाला है, 
जो है बस आज है । 
“सुप्रभात”

भाई की कलाई

भाई की कलाई

रेशम की डोरी से
बांधा एक बहन ने 
अपनी भाई की कलाई पर प्यार। 

चाहत की पट्टी

चाहत की पट्टी

किसी के जख्म पर
चाहत की पट्टी कौन बांधेगा
अगर बहन नहीं 
होगी तो राखी कौन बांधेगा|

बहन

बहन

भगवान हर जगह नहीं हो सकते,
इसलिए उन्होंने मां को बनाया
और मां हर वक्त
हमारे साथ नहीं हो सकती,
इसीलिए भगवान ने
बहन को बनाया।

रेशम की डोरी

रेशम की डोरी

आया राखी का  त्योहार,
छाई खुशियों की बहार
रेशम की डोरी से बांधा एक बहन ने
अपनी भाई की कलाई पर प्यार।।

बचपन में प्यार

बचपन में प्यार

साथ पले और
साथ बड़े हुए,
खूब मिला
बचपन में प्यार,
भाई-बहन
का प्यार बढ़ाने,
आया राखी
का त्योहार |

भाई – बहन का प्यार

भाई – बहन का प्यार

याद है हमारा वो बचपन,
वो लड़ना – झगड़ना
और वो मना लेना,
यही होता है
भाई – बहन का प्यार,
और इसी प्यार को
बढ़ाने के लिए
आ रहा है,
रक्षा बंधन
का त्योहार|

रिश्ता

रिश्ता

रिश्ता हम भाई बहन का,
कभी खट्टा कभी मीठा,
कभी रूठना कभी मनाना,
कभी दोस्ती कभी झगड़ा,
कभी रोना और कभी हसाना,
ये रिश्ता है प्यार का,
सबसे अलग सबसे अनोखा |

राखी का त्योहार

राखी का त्योहार

चन्दन की डोरी फूलों का हार,
आए सावन का महिना
और राखी का त्योहार,
जिसमें है झलकता
भाई-बहन का प्यार |

अद्भुत कला

अद्भुत कला

डकार मारने की process के साथ साथ भगवान का नाम लेने की अद्भुत कला सिर्फ भारतीय लोगो मैं ही पाई जाती है l


"हरी ओम "